Tuesday, May 14, 2019

GANGAUR GEET | MAHARE HIVDE ME

GANGAUR GEET

तर्ज : म्हारे हिवड़े में 

सारी नगरी में रमझोल, गवरादे आई 
टाबरिया करे किलोल, गवरादे आई 
मन मुस्काती, सुख सरसाती, हरख लुटाती आई 
सारी नगरी में....

ऐ परब सोवणा आवे तो, सबरों हिवड़ो हरखावे है -२ 
मन में उमंग भर मोद करे, सगला दुःखड बिसरावे है,
धन्य माईताँ, इण जगती में, ऐसी रीत चलाई 
 सारी नगरी में....

कुआँ बावड़ी ताल तलैया, मेला मगरिया लागै -२ 
कैरी चूड़ियां खनक रई तो, कैरी बंगड़ियाँ बाजै,
छन छन छन छन बाजै पायल, चुनडयाँ है लहराई 
सारी नगरी में....

ईन्द्र धनुष में सात रंग, गवरयाँ में नौ रंग सोवे -२ 
नव-निध सूँ भंडार भरो, और ज्ञान री जोत जगाओ 
नवी सदी में, नवी प्रीत रो, शुभ वर दे दो माई 
सारी नगरी में....

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