Saturday, May 18, 2019

GANESH VANDANA | HO RUNK JHUNAK PAG NEVAR BAJE

GANESH VANDANA


हो बाजे रुणक झुणक पग नेवर बाजे,
म्हारो गजानंद नाचे।।

पिता तुम्हारा है शिवशंकर, नंदीश्वर साजे -२ 
मात तुम्हारी है श्री गिरिजा -२, सिंह चढ़ी गाजे  ।।रुणक।।

सूँड सुँडला, दूँड दूँडाला, एकदन्त साजे -२ 
गल पुष्पन की माल विराजे -२, कोटि काम लाजे  ।।रुणक।।

विघ्न निवारण मंगल कारण, राजनपति राजे -२ 
तुलसीदास गणपति को सुमिरे -२, दुःख दरिद्र भाजे  ।।रुणक।।  

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